5 Simple Statements About sidh kunjika Explained
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा॥
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्
यस्तु कुंजिकया देविहीनां सप्तशतीं पठेत्।
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
कभी उड़ान नहीं भर पाएगी जेट एयरवेज, सुप्रीम कोर्ट ने एयरलाइन के ऐसेट्स बेचने का दिया more info आदेश
देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्
Another thing that should be noted is the fact that such a way needs tough Sadhna and Sacrifice from someone. Simultaneously, the damaging result of the slightest mistake is the reason that Tantrik tactics of achieving God will often be claimed being averted.